जौनपुर। मनुष्य का जीवन पथ चुनौती से भरा होता है।रोजमर्रा कुछ न कुछ घटनाएं घटित होती रहती है।जिसमें सुख और दुःख का समावेश होता है।प्रकृति से दुनिया के सारे जीवों को उर्जा मिलती है।धरती के हर जीव की अपनी,अपनी कुछ न कुछ सार्थकता है।पाप और पुण्य की यह धरती है। पुण्य का प्रभाव मंगलकारी होता है और पाप का विनाशकारी होता है।वर्तमान समय में पाप चरम पर है।कहीं न कहीं से धरती के ढेर सारे जीव दुखी है।हर जीव को दुख का अहसास होता है।आह इतनी निकल चुकी है जो वायुमण्डल मे विद्यमान है।सृष्टि में आवाज हर जीवों की अपनी, अपनी है। मनुष्य की भी भाषा अनेक है।दुनिया का सुपरपावर ईश्वर है जिसके आगे सभी देश के लोग बौने है।मनुष्य भी पहले अपनी हर तरह की वुद्धि लगाकर फिर ईश्वर की तरफ देखता है और विश्वास के साथ जब कुछ उम्मीद करता है तो ईश्वर भी उम्मीद पर खरे उतरते हैं।जो भी कुछ दुनिया में दिखाई पड़ रहा ईश्वर की बनायी हुई व्यवस्था है।इन्सान का शरीर भी अपना नहीं, श्वास कब थम जाय कुछ कहां नहीं जा सकता है जब,जब इन्सान ईश्वर को चुनौती देने की कोशिश किया है प्रलयकारी स्थिति बनी है।सत्य ईश्वर है। जगत मिथ्या है जिसका कोई अस्तित्व नहीं है।कोरोना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है।विश्व के हर देशों की व्यवस्था छिन्न,भिन्न हो गयी है।कोरोना महामारी आयी क्यों और इतनी तबाही क्यों मचा रही है।इसकी उपज चाहें जहां से हुई हो चाहे जैसे हुई हो। लेकिन इतना सत्य है यह वायरस असुर तत्व की खोज है।इतिहास गवाह हैं असुर सदैव अपना साम्राज्य स्थापित करना चाहते हैं।मानवता जिसमें है वहीं मनुष्य है जिसमें दानवता है वह असुर है अब हम अपनी पहचान करे दानव है कि मानव।आज के समय में दानवता मानवता पर हावी होने के फिराक में है।मनुष्य के सामने अभी बड़ी, बड़ी मुश्किलें आने की संभावना है।मनुष्य को मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान।जब भगवान से हम अपनी फरियाद करेंगे तभी न भगवान सुनेगे।आप खुद से कहिये भगवान संकट काटिये।कोरोना महामारी को खत्म करिये।विश्व के आम जनमानस का कल्याण करिये।असुरों का नाश करिये।कोरोना असुर शक्ति द्वारा चलाया हुआ जैविक बंम है जो मनुष्य को पीड़ा पहुंचा रहा है।जो जहां जिस स्थिति में है लाकडाउन अवसर है।जो कोरोना का दिया हुआ वरदान है।आप खुद अपने ईश्वर से बात करिये।आत्म निर्भर तो बनिये।मन को स्थिर करिये।घट के अन्दर के हलचल को खत्म करिये।इच्छा को खत्म करिये।विचार शून्य हो जाइये।हर व्यक्ति के अन्दर परमात्मा विराजमान है जरा उसकी बात सुनिये। देखिए क्या कह रहा है।इतना जरुर है आप अपने प्रभु से कहिये कोरोना संकट दुनिया से खत्म हो जाय।असुरों से जीतना है तो भगवान की मदद लेनी होगी। जय जिन्दाराम
आप अपने भगवान से कहिये कोरोना महामारी को करे खत्म, दुनिया में फिर से ला दे बहार,ईश्वर के कृपा का है सबको इन्तजार